Last Updated on January 5, 2022, 8:21 PM by team
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus in India) के नए मामलों और मौतों में कमी देखने को मिल रही है. हालांकि विशेषज्ञ भारत में जल्द ही कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं. दूसरी लहर के दौरान भी देश में बड़ी संख्या में मौतें हुई थीं. अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से लिए गए गलत फैसलों के कारण कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान लगभग 50 लाख भारतीयों की मौत हुई.
बता दें कि केंद्र सरकार ने संसद में यह जानकारी दी है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान देश में एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. केंद्र सरकार ने मंगलवार को मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में जानकारी दी है कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान विशेष रूप से राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी है.
The Truth.
GOI’s wrong decisions during Covid second wave killed 50 lakh of our sisters, brothers, mothers and fathers.https://t.co/dv3IRenXWm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 21, 2021
भारत में कोविड-19 से अब तक लगभग 4.18 लाख व्यक्तियों की मौत होने की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की गई है. राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट द्वारा एक नया अध्ययन शेयर किया है. इसमें महामारी की शुरुआत से जून 2021 तक तीन अलग-अलग डाटा सोर्स से अधिक मृत्यु दर का अनुमान लगाया गया है.
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ‘सच्चाई. कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान भारत सरकार के गलत फैसलों ने हमारी 50 लाख बहनों, भाइयों, माताओं और पिताओं की जान ले ली.’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वालों को केंद्र सरकार द्वारा कोई मुआवजा नहीं देने की बात कही. उन्होंने हैशटैग ‘फार्मर्स प्रोटेस्ट’ का इस्तेमाल करते हुए कहा कि अपनों को खोने वालों के आंसुओं में सब रिकॉर्ड है.
इससे पहले राहुल गांधी ने बुधवार को कहा था, ‘सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी. संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी- तब भी थी, आज भी है.’